पुलिस द्वारा मामले के 03 अन्य आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर भेजा गया है जेल

घटना का संक्षिप्त विवरण – दिनांक 02/04/ 22 को फरियादी द्वारा थाना सिमरिया में रिपोर्ट की गई कि फरियादी की नाबालिक लड़की को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर कहीं ले गया है । फरियादी की रिपोर्ट पर थाना सिमरिया में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपहरण का अपराध क्रमांक 130/22 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया । घटना की सूचना प्राप्त होने पर पुलिस अधीक्षक पन्ना श्री धर्मराज मीना के निर्देशन में पुलिस टीम द्वारा नाबालिक कि पतारसी हेतु लगातार प्रयास करने के बाद नाबालिक को पुलिस द्वारा दस्तयाब किया गया । दस्तयाबी उपरान्त पीड़िता के कथन अनुसार मामले में 4 व्यक्तियों के विरूद्ध पीड़िता का अपहरण कर बलात्कार करने एवं एससी/ एसटी एक्ट की धाराओं का इजाफा किया गया ।

पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही – प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक पन्ना श्री धर्मराज मीना द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती आरती सिंह एवं अनु. अधिकारी पुलिस पवई श्री सौरभ रत्नाकर के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी सिमरिया निरीक्षक सुशील कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया जाकर पुलिस सायबर सेल टीम को उक्त पुलिस टीम के साथ शामिल किया जाकर मामले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया था । पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा दिये गये आदेश का पालन करते हुये पुलिस टीम द्वारा मामले के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के आदेश से जेल भेजा गया था । लेकिन उक्त प्रकरण का मुख्य आरोपी घटना दिनांक से फरार था जिसके संबंध में पुलिस टीम द्वारा लगातार पतारसी की गई । पुलिस सायबर सेल टीम से मिली जानकारी एवं मुखबिर सूचना के आधार पर फरार आरोपी के गुजरात में होने की जानकारी मिलने पर गठित पुलिस टीम को गुजरात राज्य भेजकर मामले के आरोपी को गुजरात से पकड़ने में सफलता मिली है । पुलिस टीम द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर दिनांक 23/07/22 को माननीय न्यायालय के आदेशानुसार जेल भेजा गया है ।

सराहनीय योगदान – उक्त संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी सिमरिया निरीक्षक सुशील कुमार, उपनिरीक्षक हरिराम उपाध्याय, सहायक उपनिरीक्षक यशवंत सिंह, प्रधान आरक्षक देवेंद्र सिंह, प्रधान आरक्षक अजय मिश्रा ,आरक्षक अजय आर्वे एवं पुलिस साइबर सेल टीम पन्ना से प्रधान आरक्षक नीरज रैकवार, राहुल सिंह बघेल, आर. आशीष अवस्थी, धर्मेंद्र सिंह राजावत , राहुल पाण्डेय एवं गुजरात पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।